हिंदी व्याकरण नोट्स
उपसर्ग, समास, प्रत्यय, अलंकार
📌 1. उपसर्ग (Upsarg)
परिभाषा: वे शब्दांश जो किसी शब्द के आगे जुड़कर उसका अर्थ बदल देते हैं।
उदाहरण: अ + शुद्ध = अशुद्ध, सु + भाषा = सुभाषा
| उपसर्ग | अर्थ | उदाहरण |
|---|---|---|
| सु | अच्छा | सुगंध, सुबुद्धि |
| दु/दु: | बुरा | दुर्भाग्य, दुःख |
| अ | नकार | अशुद्ध, अशुभ |
| प्रति | सामने | प्रतिक्रिया, प्रतिशोध |
| अव | नीचे | अवमानना, अवलोकन |
| अनु | पीछे | अनुसरण, अनुकरण |
📌 2. समास (Samas)
परिभाषा: दो या दो से अधिक शब्दों के योग से बना संक्षिप्त शब्द समास कहलाता है।
उदाहरण: राजा का भवन = राजभवन
| समास | उदाहरण | विशेषता |
|---|---|---|
| द्वंद्व | राम-लक्ष्मण | दोनों प्रमुख |
| तत्पुरुष | राजमार्ग | उत्तर पद प्रधान |
| द्विगु | पंचपांडव | संख्या + संज्ञा |
| बहुव्रीहि | चक्रपाणि | कोई पद प्रधान नहीं |
| अव्ययीभाव | उपर्युक्त | अव्यय + शब्द |
📌 3. प्रत्यय (Pratyay)
परिभाषा: शब्द के अंत में जुड़ने वाले शब्दांश जो एक नया शब्द बनाते हैं, उन्हें प्रत्यय कहते हैं।
उदाहरण: दया + आलु = दयालु, काट + आइ = काटाई
- कृदंत प्रत्यय: क्रिया पर लगते हैं
- तद्धित प्रत्यय: संज्ञा/विशेषण पर लगते हैं
| प्रत्यय | शब्द | नया शब्द |
|---|---|---|
| -ता | मधुर | मधुरता |
| -पन | सज्जन | सज्जनपन |
| -आइ | काट | काटाई |
| -ता | सुंदर | सुंदरता |
📌 4. अलंकार (Alankar)
परिभाषा: कविता या भाषा में सौंदर्य बढ़ाने वाले तत्व अलंकार कहलाते हैं।
यह मुख्यतः दो प्रकार के होते हैं:
- 1. शब्दालंकार – ध्वनि, लय, वर्ण-सौंदर्य पर आधारित
- 2. अर्थालंकार – अर्थ की सुंदरता पर आधारित
✨ प्रमुख शब्द अलंकार
| अलंकार | विशेषता | उदाहरण |
|---|---|---|
| अनुप्रास | एक वर्ण की repetition | “चंचल चकोर चाँदनी में” |
| यमक | शब्द दो बार, अर्थ अलग | “शिव शिव बोलो शिव” |
✨ प्रमुख अर्थ अलंकार
| अलंकार | विशेषता | उदाहरण |
|---|---|---|
| रूपक | उपमेय = उपमान | “चाँद सा मुखड़ा” |
| उपमा | तुलना, जैसे/के समान | “वह सिंह जैसा है” |
| उत्प्रेक्षा | कल्पना | “मानो वह आग बन गया” |
📚 यह नोट्स कक्षा 5–7 के लिए उपयुक्त हैं।
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